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Showing posts with the label Jagat Ja Saar

जुग सहस्त्र योजन पर भानु: शास्त्रीय ज्ञान और आधुनिक जीवन

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  जुग सहस्त्र योजन पर भानु: शास्त्रीय ज्ञान और आधुनिक जीवन नमस्कार और स्वागत है #jagatkasaar के इस प्रस्तुति में! हम आज एक अद्भुत यात्रा पर जाएंगे, जहां प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का संगम है। आइए जानते हैं कैसे "जुग सहस्त्र योजन पर भानु" जैसी चौपाई हमारे जीवन की वास्तविक समस्याओं का समाधान प्रदान कर सकती है।

"२४ घंटे का सही बंटवारा: आहार, कर्म, नींद और ध्यान का संतुलन | जीवन बदलने वाली दिनचर्या | #jagatkasaar"

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संतुलित जीवन: 24 घंटे में 4 काम का गणित नमस्कार दोस्तों! जगत कसार में आपका हार्दिक स्वागत है। क्या आप अपने 24 घंटे को सर्वोत्तम तरीके से उपयोग कर पा रहे हैं? आइए जानें कैसे आप अपने जीवन में दिव्य संतुलन ला सकते हैं।

युद्ध काण्ड से सीखें: रामायण में कर्तव्य का निर्धारण | #jagatkasaar | जीवन का मार्गदर्शन

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रामायण का युद्ध काण्ड: कर्म और कर्तव्य का मार्गदर्शन नमस्कार दोस्तों, स्वागत है "जगत का सार" में! आज हम जानेंगे कि रामायण के युद्ध काण्ड से कैसे तय करें जीवन में अपना कर्म और कर्तव्य। रामायण सिर्फ एक कथा नहीं, बल्कि जीवन का एक अमूल्य दर्शन है जो हमें सही और गलत के बीच के अंतर को समझने में मदद करता है।

आधुनिक समाज में व्यभिचार: नैतिक मूल्य और धर्मग्रंथों की राय

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आधुनिक समाज में व्यभिचार: नैतिक मूल्य और धर्मग्रंथों की राय जगत का सार नमस्कार दोस्तों, आज हम एक ऐसे विषय पर चर्चा करेंगे जो आधुनिक समाज में बहुत प्रासंगिक है। हम देखेंगे कि कैसे प्राचीन धर्मग्रंथों में व्यभिचार को देखा गया है और आज के समाज में इसकी क्या स्थिति है। क्या नैतिक मूल्य समय के साथ बदल गए हैं या वे अभी भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं? आइए इस यात्रा पर चलते हैं जहां प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विचारधाराओं का मिलन होता है।

"Niyamit Mehnat ka Jaadu | Safal Kaise Bane? Vedic Tips #jagatkasaar | Hindi Motivation"

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मेहनत और नियमितता: सफलता की असली कुंजी प्रस्तुत है: जगत का सार "हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा, पूरे मन से" आज हम एक ऐसे सवाल पर चर्चा करेंगे जो हर इंसान की ज़िंदगी से जुड़ा है - "क्या मेहनत और नियमितता सच में सफलता दिलाती है?" क्या आपने कभी पूरी लगन से कोशिश की, लेकिन मनचाहा परिणाम नहीं मिला? या फिर आपने अपने जीवन में कुछ ऐसा हासिल किया है जिसने आपको साबित कर दिया कि नियमित प्रयास ही सफलता की कुंजी है? इस प्रस्तुति में हम इसी विषय पर गहराई से बात करेंगे।

Bura Waqt Kya Sikhata Hai? | Bhagavad Gita Wisdom for Life Change #jagatkasaar | Hindi Quotes

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 जीवन का अनमोल सार: दुःख से सीख तक श्रीमद्भगवद्गीता की अद्भुत सीखों से जीवन का सच्चा मार्ग नमस्कार दोस्तों! स्वागत है Jagat Ka Saar में, जहाँ हम प्रतिदिन जीवन के उन गहरे सवालों का जवाब ढूंढते हैं, जो आपकी ज़िंदगी को नई दिशा दे सकते हैं। आज हम आपके साथ श्रीमद्भगवद्गीता के वे अनमोल रत्न साझा करेंगे जो बताते हैं कि जीवन में दुःख का महत्व क्या है और कैसे कठिनाइयाँ हमें नई पहचान देती हैं।

"Jab Duniya Samjhe Galat – Sahi Insaan Ka Vishwas Aur Akelaapan | Vedic Wisdom | Jagat ka Saar"

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नमस्कार दोस्तों! स्वागत है Jagat ka Saar में – आज बात करेंगे उस दर्द और चुनौती की, जब आप दिल से सच्चे हैं, फिर भी लोग आपको गलत समझते हैं या छोड़ देते हैं। क्या आप भी इससे गुज़रे हैं? कमेंट में YES लिखिए, ताकि आपको अकेला न महसूस हो!" क्या आप भरोसा तोड़ने का दर्द समझते हैं?

"Aahar-Vichar-Vyavahaar: Khana Ka Asar, Soch Aur Jeevan Ka Rasta | Vedon Ki Nazar Se | Jagat ka Saar"

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नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपके अपने पसंदीदा शो “Jagat ka Saar” में – जहाँ हर दिन हम जीवन की जटिल समस्याएँ और उनके सनातन समाधान तलाशते हैं। आज का हमारा विषय बेहद महत्वपूर्ण है: "जैसा होगा आहार, वैसा होगा विचार और जैसा होगा विचार, वैसा होगा व्यवहार!" क्या सच में आपका भोजन, आपकी सोच और आपके पूरे जीवन को नियंत्रित करता है? चलिए, इसकी जड़ में चलते हैं। 1. Audience Poll – Aapka Khana, Aapki Soch? Host: "पहले आप ही बताइए: क्या आपको लगता है कि खाने का असर आपके व्यवहार और सोच पर पड़ता है?" (A) हां, बिलकुल (B) कभी-कभी (C) नहीं, ज़्यादा फर्क नहीं पड़ता Comment में अपना जवाब जरूर लिखिए! 2. Vedon aur Shastron Ki Baat – Aahar-Vichar Sambandh "ऋषि-मुनियों ने हमेशा कहा है – 'यथा अन्नं, तथा मनः; यथा मनः, तथा वचनम्; यथा वचनम्, तथा कर्म।' मतलब जिस प्रकार का आपका अन्न होगा, उसी प्रकार का आपका मन बनेगा। हमारे प्राचीन ग्रंथों – गीता, योग शास्त्र, और आयुर्वेद – सभी में संतुलित और सात्विक आहार को जीवन परिवर्तन का आधार बताया गया है।" 3. Science Ki Nazar – Modern Explana...

Vishwas Todne Wale Ka Kya Kare? | Dhokha, Badnaam, Vishwasghaat | Vedon Me Kya Hai Rasta - Jagat ka Saar

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  नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका 'Jagat ka Saar' में – जहाँ हम रोज़ उन समस्याओं पर चर्चा करते हैं, जिनका समाधान हमारे वेदों और ग्रंथों में पहले से मौजूद है! आज का मुद्दा बहुत संवेदनशील है: क्या करें जब कोई अपना पहले अपनापन दिखाकर, आपकी निजी बातें जानकर, बाद में आपको धोखा दे और समाज में आपकी छवि खराब करने की कोशिश करे? क्या आपने भी कभी ऐसे दर्द से गुज़ारना पड़ा है? कमेंट में लिखें – 'YES' या 'NO' – और अपनी कहानी, ताकि यह मंच आपकी सही आवाज़ बन सके.

Brahmacharya ka Rahasya | जीवन बदलने वाला Vedic Formula | Jagat ka Saar: Vedon ki Nazar Se

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  नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका Jagat Ka Saar के खास एपिसोड में, जहां हर दिन हम एक समस्या पर बात करते हैं – और उस समाधन को ढूंढते हैं, जो हमारे वेदों और ग्रंथों में लिखा हुआ है। आज का विषय है: "ब्रह्मचर्य" , यानी कि वह शक्ति, जिसका सही उपयोग हमें मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से सशक्त बना सकता है। क्या आप भी चाहते हैं दमदार स्मरण शक्ति, असीम ऊर्जा, अद्भुत आत्मविश्वास और नियंत्रित जीवन? तो वीडियो को पूरा देखें!

अगले जन्म में कौन-सा शरीर मिलेगा? | काकभुशुण्डि-गरुड़ संवाद | Ramcharitmanas Secrets in Hindi

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राम राम भक्तों, स्वागत है आपका एक और अध्यात्मिक यात्रा में… क्या आपने कभी सोचा है कि मरने के बाद अगला जन्म किस रूप में होगा? क्या यह इंसान का शरीर होगा? जानवर का? या कुछ और? रामचरितमानस में, पक्षिराज गरुड़जी और महान ज्ञानी काकभुशुण्डि जी के बीच ऐसा ही एक रहस्यमयी संवाद हुआ है — जो इस गूढ़ प्रश्न का उत्तर देता है।"

"गरुड़ जी के 7 प्रश्नों के उत्तर | मानस रोग क्या हैं? | काकभुशुण्डि का दिव्य ज्ञान | Ramayan Explained"

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  राम राम भक्तों, स्वागत है आपका एक और अध्यात्मिक यात्रा में… “यदि जीवन में दुख, मानसिक क्लेश और आध्यात्मिक शांति की तलाश है… तो आज का वीडियो आपके लिए वरदान बन सकता है।” 👉 आज हम सुनेंगे गरुड़ जी के सात अमूल्य प्रश्न और काकभुशुण्डि जी के अनमोल उत्तर , जो हमें जीवन, मरण, पुण्य, पाप और ‘मानसिक रोगों’ की गहराई से पहचान कराते हैं। गरुड़जी प्रेम से पूछते हैं: “हे प्रभु! कृपा करके मुझे सात प्रश्नों के उत्तर दीजिए –” 1️⃣ सबसे दुर्लभ शरीर कौन-सा है? 2️⃣ सबसे बड़ा सुख और सबसे बड़ा दुःख क्या है? 3️⃣ संत और असंत का स्वभाव कैसा होता है? 4️⃣ सबसे बड़ा पुण्य और सबसे भयंकर पाप कौन सा है? 5️⃣ मानव में कौन से मानसिक रोग होते हैं? 6️⃣ क्या ये रोग नष्ट हो सकते हैं? 7️⃣ इनका इलाज क्या है? “नर तन सम नहिं कवनिउ देही। जीव चराचर जाचत तेही॥” 👤 मनुष्य शरीर सबसे दुर्लभ है। स्वर्ग, नरक, मोक्ष – सबकी सीढ़ी यही है। पर जो इस शरीर को पाकर भी भजन नहीं करते — वो पारस छोड़कर काँच चुनने जैसे मूर्ख हैं। “नहिं दरिद्र सम दुख जग माहीं। संत मिलन सम सुख जग नाहीं॥” दरिद्रता (अभाव) सबसे बड़ा दुःख है। और सं...

क्रोध पर नियंत्रण कैसे रखें? | महाभारत के 3 श्लोक जो जीवन बदल सकते हैं | क्रोध और धैर्य की गहराई

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🧠 “एक सेकंड का गुस्सा — पूरी ज़िंदगी की तपस्या को नष्ट कर सकता है। लेकिन एक सेकंड का धैर्य — पूरे जीवन को महान बना सकता है।” नमस्कार साथियो 🙏 आज हम बात करने जा रहे हैं उस अग्नि की जो सबसे तेज़ जलाती है — क्रोध की अग्नि। और जानेंगे तीन ऐसे श्लोक — जो अगर आपने समझ लिए, तो क्रोध आपका ग़ुलाम बन जाएगा, आप उसके नहीं। क्या आप तैयार हैं एक आत्म-परिवर्तन की यात्रा पर?

१६ संस्कार: जन्म से मृत्यु तक के हिंदू धर्म के रहस्यमय संस्कार | Sanatan Dharma 16 Sanskar Explained

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🚩 जय श्रीकृष्ण मित्रों! आपका स्वागत है हमारे आध्यात्मिक चैनल पर, जहाँ हम धर्मशास्त्रों के माध्यम से जीवन की उलझनों का समाधान खोजते हैं। 🙏 क्या आपने कभी सोचा है कि हमारी सनातन संस्कृति में ऐसा क्या है जो जन्म से मृत्यु तक जीवन को दिव्यता से भर देता है? 👶 एक बच्चा जब गर्भ में होता है, तब भी संस्कार शुरू हो जाते हैं। 🔥 और जब अंत समय आता है, तब भी जीवन को गरिमा से विदा किया जाता है — संस्कार के साथ। आज हम जानेंगे उन १६ दिव्य संस्कारों को जो जीवन के हर चरण में हमारे साथ रहते हैं।

"धन से सुख या दुःख? | धन का असली रहस्य रामायण, गीता और संतों की दृष्टि में"

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  🚩 जय श्रीकृष्ण मित्रों! आपका स्वागत है हमारे आध्यात्मिक चैनल पर, जहाँ हम धर्मशास्त्रों के माध्यम से जीवन की उलझनों का समाधान खोजते हैं। आज हम एक बहुत गहन विषय पर चर्चा करेंगे — 🙏 "क्या आपके जीवन में धन है... लेकिन शांति नहीं?" "क्या आप दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, पर संतोष नहीं मिल रहा?" "क्या आपने कभी सोचा है — कि धन बढ़ने पर भी दरिद्रता क्यों बढ़ती है? " आज हम बात करेंगे उस गूढ़ सत्य की जिसे जानकर न सिर्फ धन को सही दिशा मिलेगी, बल्कि आपका मन भी शांत हो जाएगा। तो जुड़िए इस आध्यात्मिक यात्रा में... जहाँ रामायण, भगवद्गीता और संत वाणी से हम जानेंगे — 👉 असली धन क्या है 👉 और इसके बिना सेवा या धर्म संभव है या नहीं... 📖 मुख्य विषय: धन का सही स्वरूप 🔹 1. रुपयों की महत्ता मानने से हानि "जब हम 'रुपया' को ही जीवन का केंद्र मान लेते हैं, तब हानि शुरू हो जाती है।" 👉 पैसा केवल एक साधन है, उद्देश्य नहीं। 🔹 2. धन बढ़ने से दरिद्रता बढ़ना "जैसे-जैसे धन बढ़ता है, इच्छाएँ बढ़ती हैं, और फिर मन दरिद्र हो जाता है।" 💬 उदाहरण: राजा द...

कैसा हो हमारा भोजन? सात्त्विक, राजस और तामस भोजन की गूढ़ समझ | Bhagavad Gita का अद्भुत रहस्य

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  🚩 जय श्रीकृष्ण मित्रों! आपका स्वागत है हमारे आध्यात्मिक चैनल पर, जहाँ हम धर्मशास्त्रों के माध्यम से जीवन की उलझनों का समाधान खोजते हैं। आज हम एक बहुत गहन विषय पर चर्चा करेंगे — "जो जैसा खाता है, वो वैसा ही सोचता है, और जैसा सोचता है, वैसा ही बनता है। क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी चिंताओं, क्रोध या आलस्य का कारण... आपकी थाली में पड़ा खाना भी हो सकता है? आज हम जानेंगे श्रीकृष्ण द्वारा बताए गए तीन प्रकार के भोजन — सात्त्विक, राजस और तामस — और उनका हमारे जीवन पर प्रभाव।"

चारों तरफ से दुःखों से घिरे हों और कोई रास्ता न दिखे? – जानिए श्रीकृष्ण का समाधान | How to Overcome Suffering

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  🚩 जय श्रीकृष्ण मित्रों! आपका स्वागत है हमारे आध्यात्मिक चैनल पर, जहाँ हम धर्मशास्त्रों के माध्यम से जीवन की उलझनों का समाधान खोजते हैं। आज हम एक बहुत गहन विषय पर चर्चा करेंगे — "जब जीवन में चारों ओर से दुःखों का पहाड़ टूट पड़े, और कोई रास्ता न दिखे, तब क्या करें?"

जब जीवन में कोई रास्ता न दिखे: श्रीकृष्ण से सीखें संकट से बाहर निकलने का तरीका

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  🙏 "क्या आपने कभी वो पल महसूस किया है... जब हर दिशा बंद हो जाती है… ना कोई सुनने वाला, ना कोई रास्ता दिखाने वाला… जब लगता है कि जीवन जैसे थम गया है? अगर हाँ… तो यह वीडियो सिर्फ आपके लिए है। आज हम जानेंगे कि श्रीकृष्ण और भक्त संतों की दृष्टि में — जब चारों ओर अंधकार हो, तब प्रकाश कहाँ से लाएं?"

"अगर परिवार साथ न दे तो क्या करें? | श्रीराम और श्रीकृष्ण से सीखें जीवन की राह"

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  "जय श्रीराम दोस्तों! क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है – कि जब ज़िंदगी सबसे कठिन मोड़ पर हो… उस समय अपनों का साथ न मिले? जब माँ-बाप समझें नहीं, भाई-बहन साथ छोड़ दें, जीवनसाथी दूर हो जाए… तो इंसान खुद को अकेला और बेबस महसूस करता है। लेकिन क्या यह अकेलापन अंत है? या यह एक नये अध्याय की शुरुआत हो सकती है? आज हम बात करेंगे – अगर परिवार साथ न दे तो क्या करें? श्रीमद्भगवद्गीता, रामायण और भक्तों के जीवन से हम सीखेंगे वो अमूल्य सूत्र – जो अंधकार में भी आशा की किरण बन सकते हैं।" 🌱 चलिए, शुरू करते हैं… — आज हम बात करेंगे, जब परिवार ही जीवन को जटिल बना दे, तब उस अंधेरे में कैसे प्रकाश पाया जाए।"