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Showing posts with the label गीता का सार (Geeta Ka Saar) अध्याय 11

🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 55 - 🔥भगवान को पाने की 5 शर्तें🌟

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॥ ॐ श्रीपरमात्मने नमः ॥ 🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 55 - 🔥भगवान को पाने की 5 शर्तें🌟

🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 54 - 🔥भगवान की प्राप्ति का गुप्त रहस्य🌟

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॥ ॐ श्रीपरमात्मने नमः ॥ 🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 54 - 🔥भगवान की प्राप्ति का गुप्त रहस्य🌟

🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 53 - ✨🔥कर्मों से नहीं — केवल भक्ति से🙏🌟🌺

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  ॥ ॐ श्रीपरमात्मने नमः ॥ 🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 53 - ✨ 🔥 कर्मों से नहीं — केवल भक्ति से 🙏 🌟 🌺 🌀 ""आपने कभी महसूस किया हो — कि आपने सब कुछ किया… व्रत, पूजा, दान, पाठ — फिर भी भगवान दूर क्यों लगते हैं?"" 👉 आज श्रीकृष्ण इसी का उत्तर देते हैं — कि कौन-सी चीज़ हमें ईश्वर के दर्शन से वंचित रखती है और कौन-सी भावना उन्हें साक्षात प्रकट कर देती है। 🙏 स्वागत है आपका Jagat Ka Saar में — जहाँ गीता हर श्लोक में मन और आत्मा का उत्तर देती है। 🕉️ 🙏 जय श्रीकृष्ण! भारतीय जीवन-दर्शन की दृष्टि से किसी भी ग्रंथ की वास्तविक उपयोगिता इस बात पर निर्भर करती है कि वह मानव को उसके परम लक्ष्य तक पहुँचाने में कितनी सहायक सिद्ध होती है। इस कसौटी पर अगर कोई ग्रंथ सर्वाधिक खरा उतरता है, तो वह है – श्रीमद्भगवद्गीता। यह न केवल हमें जीवन जीने की कला सिखाती है, बल्कि आत्मा की मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त करती है। अब रुकिए — एक सवाल है आपसे... क्या आप सच में इस दिव्य ज्ञान को अधूरा छोड़ना चाहेंगे? थोड़ा सोचिए… जब किसी को स्वयं प्रभु की वाणी सुनने का अवसर मिलता है, तो क्या वह अवस...

🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 52 - ✨🔥यह ‘सुदुर्दर्शीम्’ रूप है🙏🌟🌺

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 ॥ ॐ श्रीपरमात्मने नमः ॥ 🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 52 - ✨ 🔥 यह ‘सुदुर्दर्शीम्’ रूप है 🙏 🌟 🌺 " 🌌 ""क्या आपने कभी सोचा है — कि हम भगवान को अपनी आंखों से क्यों नहीं देख पाते? अगर वो हर जगह हैं… तो दर्शन इतना दुर्लभ क्यों है?"" 👉 आज श्रीकृष्ण इसी रहस्य से पर्दा हटाते हैं — कि उनका दिव्य रूप, क्यों इस ब्रह्मांड में सबसे अधिक दुर्लभ अनुभवों में से एक है। 🙏 स्वागत है आपका Jagat Ka Saar में — जहाँ गीता की हर पंक्ति, आत्मा से आत्मा का संवाद है ।" " 🕉️ 🙏 जय श्रीकृष्ण! भारतीय जीवन-दर्शन की दृष्टि से किसी भी ग्रंथ की वास्तविक उपयोगिता इस बात पर निर्भर करती है कि वह मानव को उसके परम लक्ष्य तक पहुँचाने में कितनी सहायक सिद्ध होती है। इस कसौटी पर अगर कोई ग्रंथ सर्वाधिक खरा उतरता है, तो वह है – श्रीमद्भगवद्गीता। यह न केवल हमें जीवन जीने की कला सिखाती है, बल्कि आत्मा की मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त करती है।" "अब रुकिए — एक सवाल है आपसे... क्या आप सच में इस दिव्य ज्ञान को अधूरा छोड़ना चाहेंगे? थोड़ा सोचिए… जब किसी को स्वयं प्रभु की वाणी सुन...

🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 51 - ✨🔥भगवान का सौम्य रूप देखकर अर्जुन फिर हुआ शांत🙏🌟🌺

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 ॥ ॐ श्रीपरमात्मने नमः ॥ 🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 51 - ✨ 🔥 भगवान का सौम्य रूप देखकर अर्जुन फिर हुआ शांत 🙏 🌟 🌺 " 😌 ""क्या आपने कभी ऐसा अनुभव किया — कि एक तूफ़ान गुज़र जाने के बाद, जब सब शांत हो जाए — तो भीतर से एक गहरी साँस निकलती है… ‘अब मैं ठीक हूँ’?"" 👉 आज अर्जुन भी यही कहता है — जब उसने भगवान श्रीकृष्ण का सौम्य मानुष रूप फिर से देखा। 🙏 स्वागत है आपका Jagat Ka Saar में — जहाँ गीता जीवन की हर अवस्था को समझने का मंत्र देती है।" " 🕉️ 🙏 जय श्रीकृष्ण! भारतीय जीवन-दर्शन की दृष्टि से किसी भी ग्रंथ की वास्तविक उपयोगिता इस बात पर निर्भर करती है कि वह मानव को उसके परम लक्ष्य तक पहुँचाने में कितनी सहायक सिद्ध होती है। इस कसौटी पर अगर कोई ग्रंथ सर्वाधिक खरा उतरता है, तो वह है – श्रीमद्भगवद्गीता। यह न केवल हमें जीवन जीने की कला सिखाती है, बल्कि आत्मा की मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त करती है।" "अब रुकिए — एक सवाल है आपसे... क्या आप सच में इस दिव्य ज्ञान को अधूरा छोड़ना चाहेंगे? थोड़ा सोचिए… जब किसी को स्वयं प्रभु की वाणी सुनने का अवस...

🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 50 - ✨🔥भगवान श्रीकृष्ण ने फिर लिया मनुष्य रूप🙏🌟🌺

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  ॥ ॐ श्रीपरमात्मने नमः ॥ 🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 50 - ✨ 🔥 भगवान श्रीकृष्ण ने फिर लिया मनुष्य रूप 🙏 🌟 🌺 " 👁️‍🗨️ ""कभी आप किसी व्यक्ति का ऐसा रूप देख लें जो आपको डरा दे, और फिर वही व्यक्ति मुस्कुराते हुए, पुराने प्रेमी रूप में वापस लौट आए — तो कैसा लगेगा?"" 👉 आज अर्जुन को भगवान श्रीकृष्ण का सखा रूप फिर से दिखाई देता है — और वह डर से प्रेम और शांति में लौट आता है। 🙏 स्वागत है आपका Jagat Ka Saar में — जहाँ श्रीमद्भगवद्गीता से मिलता है हर दिन एक नया अनुभव — अंतरात्मा को छू लेने वाला।" " 🕉️ 🙏 जय श्रीकृष्ण! भारतीय जीवन-दर्शन की दृष्टि से किसी भी ग्रंथ की वास्तविक उपयोगिता इस बात पर निर्भर करती है कि वह मानव को उसके परम लक्ष्य तक पहुँचाने में कितनी सहायक सिद्ध होती है। इस कसौटी पर अगर कोई ग्रंथ सर्वाधिक खरा उतरता है, तो वह है – श्रीमद्भगवद्गीता। यह न केवल हमें जीवन जीने की कला सिखाती है, बल्कि आत्मा की मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त करती है।" -"अब रुकिए — एक सवाल है आपसे... क्या आप सच में इस दिव्य ज्ञान को अधूरा छोड़ना चाहेंगे?...

🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 49 - ✨🔥डरो मत, मैं फिर वही कृष्ण बन रहा हूँ🙏🌟🌺

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  ॥ ॐ श्रीपरमात्मने नमः ॥ 🕉️ गीता का सार अध्याय 11 श्लोक 49 - ✨ 🔥 डरो मत, मैं फिर वही कृष्ण बन रहा हूँ 🙏 🌟 🌺 " 😰 ""क्या आपने कभी किसी महान सत्य को देखकर घबरा गए हों? क्या कभी किसी अनुभव ने आपको इतना डरा दिया हो कि आप फिर से अपनी पुरानी शांति को ढूँढ़ने लगे?"" 👉 यही अर्जुन के साथ हो रहा है — और आज भगवान श्रीकृष्ण उसे दिलासा दे रहे हैं। 🙏 स्वागत है आपका Jagat Ka Saar में — जहाँ गीता सिर्फ श्लोक नहीं, एक जीवित अनुभव है।" " 🕉️ 🙏 जय श्रीकृष्ण! भारतीय जीवन-दर्शन की दृष्टि से किसी भी ग्रंथ की वास्तविक उपयोगिता इस बात पर निर्भर करती है कि वह मानव को उसके परम लक्ष्य तक पहुँचाने में कितनी सहायक सिद्ध होती है। इस कसौटी पर अगर कोई ग्रंथ सर्वाधिक खरा उतरता है, तो वह है – श्रीमद्भगवद्गीता। यह न केवल हमें जीवन जीने की कला सिखाती है, बल्कि आत्मा की मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त करती है।" "अब रुकिए — एक सवाल है आपसे... क्या आप सच में इस दिव्य ज्ञान को अधूरा छोड़ना चाहेंगे? थोड़ा सोचिए… जब किसी को स्वयं प्रभु की वाणी सुनने का अवसर मिलता है, तो क...